Rajput Poem
क्षत्रीयोँ के लिये
क्षत्रीयोँ को डुबोने वाली तीन:-
दारु ,दोगङ ,दगा॥
क्षत्रीयोँ के लिये जरुरी तीन:-
सँस्कार ,शौर्य ,क्षात्र धर्म॥
क्षत्रीयोँ को प्रिय तीन:-
न्याय ,नमन , आदर ॥
क्षत्रीयो को अप्रिय तीन:-
अपमान,विश्वाशघात,अनादर॥
क्षत्रीयोँ को महान बनाने वाले तीन:-
शरणागतरक्षक,दयालूता,परोपकार॥
क्षत्रीयोँ के लिये अब जरुरी तीन:-
एकता ,सँस्कार ,क्षत्रीय धर्म पालन॥
क्षत्रीयो के लिये छोङने वाली तीन:-
दारु ,कुप्रथायेँ ,आपसी मनमुटाव॥
क्षत्रीयोँ को जोङने वाली तीन:-
गोरवशाली ईतिहास,परम्पराएँ हमारे आदर्श॥
जय क्षत्रीय एकता॥
जय क्षत्रीय॥
जय क्षात्र – धर्मं…
By :- Thakur Golu Singh Ji
Poem For Rajputs
1 Comment
i want to know that what is the name of HADI RANI