Er Vikram Nath Chouhan

March 4, 2017

संयोगिता हरण-पृथ्वीराज का कन्नोज आगमन

Prithviraj Chauhan: The Emperor Of Hearts संयोगिता हरण-पृथ्वीराज का कन्नोज आगमन महोवा का युद्ध समाप्त हो चूका था, महोवा तथा कलिकंजर पर पृथ्वीराज का अधिकार हो […]
March 4, 2017

थानेश्वर का युद्ध

Battle of Thanesar थानेश्वर का युद्ध घर का भेदिया सदा से ही बुरा होता है, धर्मायण के बारे में आप पहले से ही जान चुके है […]
March 4, 2017

कैमाश वध

Interesting facts and history of Prithviraj Chauhan कैमाश वध पृथ्वीराज के पुत्र रेणुसिंह और चामुंडराय के बीच बड़ी घनिष्टता की मित्रता थी. दोनों मामा भतीजे एक […]
March 4, 2017

आल्हा-उदल और महोवा का युद्ध

Prithviraj Chauhan Ka Itihas आल्हा-उदल और महोवा का युद्ध जगना ने जवाब दिया—आल्हा ! यह राजपूतों की बातें नहीं हैं। तुम्हारे बाप ने जिस राज पर […]
March 4, 2017

आल्हा और उदल की महोवा वापसी

The Inspiring Incidents of Prithviraj Chauhan आल्हा और उदल की महोवा वापसी अब सलाह-मशविरा होने लगा कि पृथ्वीराज से क्योंकर मुकाबला किया जाये। रानी मलिनहा भी […]
March 4, 2017

महोवा का युद्ध

Mahova Ka Yudh महोवा का युद्ध इतिहास में महोवा का युद्ध होने का सही सही कारण नहीं मिलता है पर रासो में लिखा है की चौहान […]
March 4, 2017

संयोगिता प्रेम प्रसंग

Truth of Prithviraj and Sanyogita संयोगिता प्रेम प्रसंग जिस समय ये समाचार जयचंद को मिला जयचंद क्रोध से पागल हो उठा. उसने तुरंत ही अपने मंत्री […]
March 4, 2017

राजसूये यज्ञ

Story Of Rajsuya Yagya राजसूये यज्ञ अब हमलोग कन्नोज की ओर झुकते है. जब जयचंद की उम्र सोलह वर्ष की थी तब उसके यहाँ चंद्रमा के […]
March 4, 2017

कर्नाटकी

Legend of Prithviraj Chauhan कर्नाटकी इसी समय उनके बढ़ते प्रताप के कारण कई राजाओं ने उनके समक्ष शरणागत हो रहे थे, इनमे ही दक्षिण प्रान्त के […]
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